क्या जरूरत है गुस्से में किसी से बात करने का जब प्यार से काम निकल जा रहा है बरसात के मौसम में थोड़ी फिसलन तो होगी संभलकर चलोगे नहीं तो फिर गिर जाओगे ए बेवफा मेरा दिल मुझसे सवाल पूछ रहा है मैं जवाब क्या दूं अपनी वफा पर हम रोते हैं दिल के दर्द को आंसुओं से धोते हैं
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