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रिश्तो को टूटने मत देना-Hindi shayari

रिश्तो को टूटने मत देना अपनों का साथ छूटने मत देना वरना पछताने के अलावा कुछ नहीं बचेगा समाज में तन्हा रह जाओगे

तुम्हें पाकर भी अधूरा रहा खूबसूरत हो मगर सीरत की तुझमें कमी रह गई गम छुपाकर जमाने से जिए जा रहा हूं खुशियों का ख्वाब टूट सा गया है आंखों में मेरे नमी रह गई

तुम्हारी खूबसूरत नजर से सीखा है मैंने हुनर प्यार का सही मुकाम दे दो मेरे इंतजार का दूर रहने में मुश्किल बहुत हो रही है यादों में रहकर खुशी पा रहा हूं

मेरे दिल पर अपनी मुस्कान से मोहब्बत का छाप छोड़ चुकी हो तुम्हारी बातों से प्रतीत हो रहा है दिल का रिश्ता जोड़ चुकी हो अब तो घायल होना ही है निगाहों से तीर छोड़ चुकी हो हम दोनों में कुछ भी नहीं छुपा सब आंखों से बोल चुकी हो

वादों से अपने मुकरती रही हो क्या राज है हर दिन बदलती रही हो मैं सादगी से मोहब्बत करता रहा हूं दोहरी चाल में मुझको ठगती रही हो

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मन व्याकुल है प्यार पाना चाहता हूं कोई भी जुगाड़ करके करीब आना चाहता हूं दूर रहने में हो रही है बहुत दिक्कतें, अपनी खुशियों का मुकाम पाना चाहता हूं मैं फस गई मीठी मीठी बातों में ऐसा कोई इरादा नहीं था आज जो हो गया हम दोनों के बीच में क्या ए कुछ ज्यादा नहीं था तुमसे मुलाकात का बहाना चाहता हूं जहां हर बात हो जाए ठिकाना चाहता हूं दूरियों को और ज्यादा बर्दाश्त कर नहीं पाऊंगा अपना बना लो करीब आना चाहता हूं देख तिरछी नजर से अचानक मुस्कुराई और कुछ क्षण में ही दिल को चुरा ले गई खूबसूरती के साजिशों में फंस गया हूं संग अपने नींद मेरा उड़ा ले गई तुम अगर रूठ जाओगी मैं टूटकर बिखर जाऊंगा जिस शिद्दत से तुम्हें चाहा है लगता नहीं है कि जी पाऊंगा जो साथ देती रहोगी हर मोड़ पर सभी मुश्किलों से निपट जाऊंगा तुम्हें सिर्फ प्यार मुझसे करना पड़ेगा मेरे उसूलों में पाबंद रहना पड़ेगा फिसल जाते हो हसीनों को देखकर इस आदत से बाहर निकलना पड़ेगा दूर हो जाएगी तेरी खामोशियां जब इरादों से रूबरू हो जाओगे नटखट बच्चों की तरह रोने लगोगे आंचल में मुस्कुराकर सो जाओगे तुम नसीब हो खुशनसीब हूं कि मेरे करीब हो खुशियों ...

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मोहब्बत कुबूल करने से इंकार कर दिया है मेरी बरसों की मेहनत बर्बाद कर दिया है पता ढूंढने में लगा हूं मुश्किल क्या थी दिल लगाने में जो खुशियों की महफिल को तार-तार कर दिया है तुम्हारी आंखों में प्यार झलकता है इशारों में इरादों का इजहार कर रही हो खुश नसीब हूं करीब रहने का मौका मिला है हर मंजर जन्नत सा लग रहा है जो मुझसे प्यार कर रही हो तुझसे नजर हटती नहीं है चाहे कितना भी देखूं प्यास घटती नहीं है कुछ इस तरह से अपना बना लो उम्र भर खुलेआम देखने की इजाजत मिल जाए